पटना, 9 मार्च 2025: बिहार में एक खास मौके ने लोगों का ध्यान खींचा, जब आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने Panorama Group के निदेशक संजीव मिश्रा के घर का दौरा किया। यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी—यहां Art of Living के मिशन पर गंभीर चर्चा हुई। आइए समझते हैं कि यह घटना क्या थी, इसका मकसद क्या था, और बिहार के लिए इसका मतलब क्या है।
मुलाकात का मकसद
मार्च 2025 की शुरुआत में हुई इस मुलाकात में श्री श्री रविशंकर और संजीव मिश्रा ने Art of Living Foundation के लक्ष्यों पर बात की। यह संगठन, जो 1981 में शुरू हुआ, Stress Relief, Meditation, और सामाजिक कार्यों के जरिए लोगों की जिंदगी बेहतर करने का दावा करता है। संजीव मिश्रा, जो Panorama Group में निदेशक हैं—एक कंपनी जो Real Estate, हॉस्पिटैलिटी, और मीडिया में सक्रिय है—ने इस मौके को खास बनाया। सूत्रों के मुताबिक, चर्चा में बिहार में इन प्रोग्राम्स को बढ़ाने की योजना बनी।

श्री श्री और उनका प्रभाव
श्री श्री रविशंकर को Sudarshan Kriya के लिए जाना जाता है—एक सांस की तकनीक जो Stress को कम करती है। बिहार में, जहां बाढ़ और गरीबी जैसी समस्याएं आम हैं, Art of Living पहले से काम कर रहा है। पटना से लेकर गांवों तक, इसके Workshops और Community Development प्रोजेक्ट्स ने हजारों लोगों को छुआ है। संजीव मिश्रा जैसे Business Leader के साथ उनकी यह मुलाकात बिहार में बड़े बदलाव का संकेत देती है।
चर्चा में क्या हुआ?
हालांकि पूरी जानकारी बाहर नहीं आई, लेकिन माना जा रहा है कि Stress-Free Living, सामाजिक एकता, और ग्रामीण विकास पर जोर रहा। बिहार में हर साल बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित होते हैं—ऐसे में Meditation और राहत प्रोग्राम्स मददगार हो सकते हैं। मिश्रा ने शायद अपने Resources से इन पहलों को गांव-गांव तक पहुंचाने का सुझाव दिया हो। X पर लोग इसे एक नई शुरुआत मान रहे हैं।
बिहार में Art of Living का काम
यहां एक नजर इसके प्रभाव पर:
प्रोग्राम | विवरण | बिहार में असर |
---|---|---|
Sudarshan Kriya | Meditation और सांस की ट्रेनिंग | पटना में हजारों लोग शामिल |
नदी सफाई | गंगा जैसी नदियों की सफाई | बिहार के इलाकों में सक्रिय |
ग्रामीण शिक्षा | मुफ्त स्कूल और ट्रेनिंग | कई गांवों में स्कूल चल रहे |
आपदा राहत | बाढ़ में मदद | 2019 में 50,000+ लोगों तक पहुंच |
ये आंकड़े दिखाते हैं कि यह संगठन जमीन पर असर डाल रहा है।
बिहार के लिए महत्व
बिहार की 12 करोड़ आबादी में 33% लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं (2021 NITI Aayog डेटा)। शिक्षा दर भी 61% है, जो राष्ट्रीय औसत 74% से कम है। ऐसे में Art of Living के प्रोग्राम्स Mental Peace और Skill Development ला सकते हैं। मिश्रा का साथ इसे और प्रभावी बना सकता है। मिसाल के तौर पर, पटना के स्टूडेंट्स को Stress Relief ट्रेनिंग या गांवों में नए प्रोजेक्ट शुरू हो सकते हैं।
चुनौतियां और उम्मीदें
बिहार में खराब सड़कें और बिजली की कमी रुकावट बन सकती है। कुछ लोग इसे “बाहरी” पहल मानकर विरोध भी कर सकते हैं। लेकिन अगर इसे स्थानीय जरूरतों के हिसाब से ढाला जाए—जैसे मोबाइल Meditation यूनिट्स—तो यह कामयाब हो सकता है।
यह मुलाकात एक संकेत है—शायद बिहार में नया Art of Living सेंटर बने या Panorama Group के साथ Partnership हो। यह बिहार के लिए शांति और प्रगति का मौका है। जैसा श्री श्री कहते हैं, “शांति जरूरत है।” अब यह जरूरत बिहार में पूरी होने की ओर बढ़ रही है।